राहुल गांधी ने बजट के हलवे पर दी स्पीच; वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना सिर पकड़ा, लोकसभा से रिएक्शन हुआ वायरल, VIDEO
Congress MP Rahul Gandhi Budget 2024 Speech in Lok Sabha Video
Rahul Gandhi Speech in Lok Sabha: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज लोकसभा में बजट पर बोलते हुए विभिन्न मुद्दों पर सरकार को ताबड़तोड़ तरीके से घेरा। इस बीच राहुल गांधी बजट के हलवे पर भी बोलने से नहीं चूके। राहुल गांधी ने पारंपरिक हलवा सेरेमनी पर ही सवाल उठा दिया और इसे जाति से जोड़ दिया।
राहुल ने हलवा सेरेमनी का फोटो सदन में दिखाया और कहा कि, इस फोटो में बजट का हलवा बांटा जा रहा है। लेकिन मुझे इसमें एक भी ओबीसी, आदिवासी या दलित अधिकारी नहीं दिख रहा। राहुल ने ज़ोर देकर कहा कि, स्पीकर सर, यहां देश का हलवा बंट रहा है लेकिन इसमें देश के 73 फीसदी लोग (दलित, आदिवासी, पिछड़े) हैं ही नहीं। मतलब कुछ ही लोगों में हलवा बंट रहा है, बाकी देश को हलवा मिल ही नहीं रहा है।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि, हमने पता लगाया है कि 20 अधिकारियों ने हिंदुस्तान का बजट तैयार किया है। मतलब हिंदुस्तान का हलवा 20 लोगों ने बांटने का काम किया है। उन अफसरों के नाम भी हमारे पास हैं। अगर सदन में नाम चाहिए तो मैं दे दूंगा। राहुल ने कहा कि, उन 20 अफसरों में भी देश में 90% हिस्सेदारी रखने वाले लोगों में से सिर्फ एक अल्पसंख्यक और एक OBC अफसर है। लेकिन फोटो में वो भी नहीं दिख रहे हैं। मतलब उन दोनों अफसरों को पीछे कर दिया गया। फोटो में भी उन्हें नहीं आने दिया गया।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपना सिर पकड़ा
राहुल गांधी जब बजट के हलवे को लेकर स्पीचे देते हुए अपने तर्क रख रहे थे तो इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को हंसी आ गई और उन्होने अपना सिर पकड़ लिया। वहीं इस बीच जब राहुल गांधी जाति जनगणना पर बोल रहे थे तो उन्होंने निर्मला सीतारमण की ओर इशारा करते हुए कहा था कि, 'फाइनेंस मिनिस्टर मुस्कुरा रही हैं, कमाल की बात है। ये हंसने की चीज नहीं है मैडम'।
महाभारत काल के 'अभिमन्यू' का जिक्र कर क्या बोले राहुल गांधी?
आज लोकसभा में बोलते हुए राहुल गांधी कई तरीकों से सरकार पर तर्क और आरोपों के बाण छोड़ रहे थे। राहुल ने सदन में महाभारत काल के 'अभिमन्यू' का जिक्र किया और केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उसने हिंदुस्तान के युवाओं, किसानों और गरीबों को अभिमन्यु की तरह चक्रव्यूह में फंसा दिया है। राहुल ने यह भी कहा कि, यह सरकार जब चक्रव्यूह बनाती है तो कांग्रेस पार्टी और विपक्ष उसके चक्रव्यूह तोड़ता है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने जो 'चक्रव्यूह' बनाया है इससे करोड़ों लोगों को नुकसान पहुंच रहा है। हम इस 'चक्रव्यूह' को तोड़ने जा रहे हैं। ऐसा करने का सबसे बड़ा तरीका जिससे आप सब डरते हैं वह जाति जनगणना है। जैसा कि मैंने कहा कि INDIA गठबंधन इस सदन में गारंटीकृत कानूनी एमएसपी पारित करेगा वैसे ही मैं कह रहा हूं कि इस सदन में जाति जनगणना हम पास करके आपको दिखाएंगे।
राहुल ने कहा- 'चक्रव्यूह' में 6 लोग शामिल
दरअसल, राहुल गांधी ने कहा, "हजारों साल पहले कुरूक्षेत्र में 6 लोगों ने अभिमन्यु को 'चक्रव्यूह' में फंसा कर मारा था. मैंने थोड़ा रिसर्च किया और पता चला कि 'चक्रव्यूह' का दूसरा नाम होता है 'पद्मव्यूह'- जिसका अर्थ है 'कमल निर्माण'। 'चक्रव्यूह' कमल के फूल के आकार का है। वहीं 21वीं सदी में अब एक नया 'चक्रव्यूह' रचा गया है- वो भी कमल के फूल के रूप में तैयार हुआ है।
इसका चिन्ह प्रधानमंत्री अपने सीने पर लगाकर चलते हैं। अभिमन्यु के साथ जो किया गया, वह भारत के साथ किया जा रहा है - युवा, किसान, महिलाएं, छोटे और मध्यम व्यवसाय के साथ वही किया जा रहा है...आज भी 'चक्रव्यूह' के केंद्र में 6 लोग हैं...जैसे पहले 6 लोग कंट्रोल करते थे वैसे आज भी 6 लोग कंट्रोल कर रहे हैं- नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजीत डोभाल, अंबानी और अडानी।
स्पीकर ने हस्तक्षेप किया
राहुल गांधी पर सदन में एनएसए, अंबानी और अडानी का नाम ले रहे थे तो इस बीच स्पीकर ओम बिरला ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि, वह इस तरह सदन के अंदर अन्य व्यक्तियों का नाम नहीं ले सकते हैं। जिसके बाद राहुल गांधी ने कहा कि, अगर आप चाहते हैं तो मैं एनएसए, अंबानी और अडानी का नाम हटा देता हूं और सिर्फ 3 नाम लूंगा। नाम की जगह मैं A1 और A2 बोल दूंगा। वहीं राहुल गांधी ने कहा, आज भारत में डर का माहौल है और यह डर हमारे देश के हर पहलू में व्याप्त है। लेकिन भारत नफरत और हिंसा का चरित्र नहीं है।
मीडिया को लेकर राहुल गांधी ने सदन में चर्चा की
संसद परिसर में मकर द्वार और आसपास मीडिया की गतविधि पर रोक लगाने को लेकर भी राहुल गांधी ने सदन में चर्चा की। राहुल ने कहा कि, सरकार ने एक और चक्रव्यूह बना दिया है। मीडिया वालों को पिजड़े में कैद कर दिया है! इस बीच जब राहुल मीडिया को बेचारे मीडिया वाले बोलने लगे तो स्पीकर ने कहा कि वो बेचारे नहीं है। ये मत बोलिए. फिर इसके बाद राहुल 'नॉट बेचारे मीडिया वाले' बोलते नजर आये। बता दें कि, संसद परिसर में मीडिया के लिए ओपन एरिया कवरेज को वर्जित किया गया है। परिसर में मीडिया के लिए एक बॉक्स बना दिया गया है। जहां पत्रकारों को ठिकाना दिया गया है। पत्रकारों में इसे लेकर लेकर विरोध है।
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